(गान्धी जयन्ती पर विशेष !)
(सरे चित्र 'गूगल-खोज' से साभार)
दिलों में
झुलसे हुये अनुराग रोकिये !
भारत में लगी, बापूजी, आग रोकिये !!
मुहँ बाये हुये
दैत्य से दहेज़ देश में |
नारी के सुख पे लगे बन्देज़ देश में
||
पापों के घड़े
हो रहे लवरेज देश में |
ज्वाला सी जली, फूलों की सेज देश
में ||
वीरान सारा जग
हुआ लालच की लपट में |
मन डूबे हुये हविश भरे छल औ कपट में ||
ललनाओं के जलते
हुये सुहाग रोकिये !
डस रही नागिन सी उनकी माँग रोकिये !!
भारत में लगी,
बापूजी, आग रोकिये !!1!!
मैले तन नदियों
के इन्हें शुद्ध कीजिये !
मैली हवायें
हैं इन्हें विशुद्ध कीजिये !!
पर्यावरण के
शत्रुओं से युद्ध कीजिये !
कुछ लोग मूढ़
हैं इन्हें प्रबुद्ध कीजिये !!
इनके घिनौने
लोभ की मैली कुचाल से |
तृष्णा-समुद्र-ज्वार के खारी उछाल से ||
होने लगे उजाड़
वन औ बाग रोकिये !
धरती के तन पे लगे गहरे दाग रोकिये !!
भारत में लगी,
बापूजी, आग रोकिये !!2!!
देखो, ये लोग
रोज़ वृक्ष काट रहे हैं !
खुद रक्षा करने वाले यक्ष काट रहे
हैं ||
भारत का सिर और
वक्ष काट रहे हैं |
चोरी की कला में ये दक्ष काट रहे
हैं ||
ये हैं कुपुत्र
देश के गद्दार हैं सारे |
ये परिग्रह के रोग से बीमार हैं सारे ||
ढपली पे इनकी
है विनाश-राग रोकिये !
सोये हुये कब तक रहेंगे जाग रोकिये !!
भारत में लगी,
बापूजी, आग रोकिये !!3!!
धरती का
हरा-भरा वेश नष्ट कर रहे |
इसके सुहाने सुभग केश नष्ट कर रहे ||
सुन्दरता-परिवेश
नष्ट-भ्रष्ट कर रहे |
देखो ये आज सारा देश नष्ट कर रहे ||
ऐसा ही रहा तो,
पवन की साँस घुटेगी |
मधुवन की बहारों की ऐसे आस लुटेगी ||
दुर्गन्ध से
महकेंगे अंगराग रोकिये !
मैली दीवाली मैला है फाग रोकिये !!
भारत में लगी,
बापूजी, आग रोकिये !!4!!
जोंकों ने
माँगी चारों ओर घूस देखिये !
खटमल रहे जनता का रक्त चूस देखिये !!
भारत को दर्द
हो रहा महसूस देखिये !
ईमान की दृढ़ता बनी है फूस देखिये !!
कर्तव्य सारे
धर्म के इंसान भूल कर |
है स्वार्थ-जाल में फँसा, पहँचान भूल कर ||
भाई का लहू भाई
रहा माँग रोकिये !
“प्रसून” पुण्य से रहा है भाग रोकिये !!
भारत में लगी,
बापूजी, आग रोकिये !!5!!
..गांधी जयंती पर बहुत अच्छी गंभीर सामयिक प्रस्तुति ...
जवाब देंहटाएंआपकी यह उत्कृष्ट प्रस्तुति कल शुक्रवार (03.10.2014) को "नवरात महिमा" (चर्चा अंक-1755)" पर लिंक की गयी है, कृपया पधारें और अपने विचारों से अवगत करायें, चर्चा मंच पर आपका स्वागत है, धन्यबाद।दुर्गापूजा की हार्दिक शुभकामनायें।
जवाब देंहटाएंसुन्दर भाव ।
जवाब देंहटाएंसामयिक प्रस्तुति .
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर , शुभकामनाएं , धन्यवाद !
जवाब देंहटाएंInformation and solutions in Hindi ( हिंदी में समस्त प्रकार की जानकारियाँ )
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सुन्दर पक्तियाँ। स्वयं शून्य
जवाब देंहटाएंबहुत भावपूर्ण और सारगर्भित प्रस्तुति...बहुत सुन्दर
जवाब देंहटाएंसुन्दर प्रस्तुति .............धन्यवाद !
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