अभिधा 'शब्द-शक्ति' का सरल सुबोधगम्य एक गीत |
(सारे चित्र 'गूगल-खोज से साभार)
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' |
++++++++++++++++++++++++++++++
जली रोशनी जगमग, 'तारे गगन के' शर्माये' |
मिलें 'दिलों' से 'दिल' हम सब के, 'प्यार' से गरमाये ||
बच्चे, बूढ़े, जवान खुश थे झूमे नर नारी-
खुशियों से भर उठे थे सब के सजते 'घर आँगन' ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||१||
थाल सजा कर,चलो,आरती गायों की कर लें |
उन्हें खिला कर भोजन, 'बर्तन' दूध से हम भर लें ||
पशु-धन पालें और करें हम, उन की हर सेवा-
करें दुधारू पशुओं का हम, ऐसे 'सम्वर्धन' ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||२||
वन-बागों की रक्षा कर के, 'पर्यावरण' बचायें |
'चारागाह' बना कर अच्छे, गायें वहाँ चरायें ||
उन की प्यास बुझाने,उन को प्यार से नहलाने-
'सुन्दर सरस पोखरों का हम करेंगे संरक्षण ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||३||
"प्रसून", 'कान्हां' जैसे 'गायों के चरवाहे' हों |
स्वस्थ नागरिक, 'भारत माता' के मन चाहे हों ||
दूध और घी, माखन खा कर, हृष्ट, पुष्ट सब हों-
पूरे जग में हो 'भारत के गौरव' का गुन्जन ||४||
++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
(सारे चित्र 'गूगल-खोज से साभार)
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' |
++++++++++++++++++++++++++++++
जली रोशनी जगमग, 'तारे गगन के' शर्माये' |
मिलें 'दिलों' से 'दिल' हम सब के, 'प्यार' से गरमाये ||
बच्चे, बूढ़े, जवान खुश थे झूमे नर नारी-
खुशियों से भर उठे थे सब के सजते 'घर आँगन' ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||१||
थाल सजा कर,चलो,आरती गायों की कर लें |
उन्हें खिला कर भोजन, 'बर्तन' दूध से हम भर लें ||
पशु-धन पालें और करें हम, उन की हर सेवा-
करें दुधारू पशुओं का हम, ऐसे 'सम्वर्धन' ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||२||
वन-बागों की रक्षा कर के, 'पर्यावरण' बचायें |
'चारागाह' बना कर अच्छे, गायें वहाँ चरायें ||
उन की प्यास बुझाने,उन को प्यार से नहलाने-
'सुन्दर सरस पोखरों का हम करेंगे संरक्षण ||
'दीपावाली की पीठ' पे आया, 'पर्व' है 'गोवर्धन' ||३||
"प्रसून", 'कान्हां' जैसे 'गायों के चरवाहे' हों |
स्वस्थ नागरिक, 'भारत माता' के मन चाहे हों ||
दूध और घी, माखन खा कर, हृष्ट, पुष्ट सब हों-
पूरे जग में हो 'भारत के गौरव' का गुन्जन ||४||
++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++++
उत्कृष्ट प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंआभार ।।
बहुत अच्छी प्रस्तुति |
जवाब देंहटाएंआशा