विषय को पुष्ट करने के लिये चित्र यदि ईमानदारी से डालते तो 'प्रश्न चिन्ह' लग जाता अत: बीच का रास्ता अपनाया !वास्तव में अपने बच्चों के साथ हम जो प्रदर्शन हम देखते हैं उन में यौन का उबाल पैदा हो रहा है | वासना का ज्वालामुखी बच्चों में समय से पूर्व फूट रहा है | बलात्कार की और बाल-बाला-अपहरण की घटनाएँ इस का कुपरिणाम हैं |
(सारे चित्र 'गूगल-खोज' से साभार)
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(सारे चित्र 'गूगल-खोज' से साभार)
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